पीलीभीत, फरवरी 15 -- मेडिकल कॉलेज तैनात चिकित्सा शिक्षक/चिकित्सकों की निजी प्रैक्टिस पर शासन सख्त हो गया है। इसको लकर प्रमुख सचिव ने निजी प्रैक्टिस कर रहे चिकित्सक व चिकित्सा शिक्षकों के विरुद्ध 20 फरवरी तक संबंधित जिलों के डीएम से रिपोर्ट मांगी है। इसको लेकर शुक्रवार को डीएम ने बैठक बुलाकर दिशा निर्देश दिए हैं। मेडिकल कॉलेज व अस्पतालों में तैनात चिकित्सक/चिकित्सा शिक्षक निजी प्रैक्टिस करते हैं। इस पर पिछले दिनों उच्च न्यायालय ने एक मामले की सुनवाई करते हुए सख्त आदेश दिया। इसके बाद शासन की ओर से आदेश जारी हुए थे। शासन के आदेश के बाद निजी प्रैक्टिस पर शिकंजा कसने के लिए हर जिले में डीएम की अध्यक्षता में सतर्कता समिति का गठन किया गया था। अब इसमें चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण व चिकित्सा शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव पार्थ सारथी सेन शर्...