भागलपुर, मई 14 -- भागलपुर, वरीय संवाददाता। जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल साल 1971 से डॉक्टर गढ़ने का काम कर रहा है। इस कॉलेज के काबिल चिकित्सक-शिक्षकों ने एक से बढ़कर एक काबिल डॉक्टर बनाए। लेकिन कॉलेज के एनॉटामी की पढ़ाई करने वाले छात्रों के लिए एक थ्री डी डिसेक्शन टेबल खरीदने में कॉलेज के चिकित्सक शिक्षक से प्राचार्य बने लोगों के पसीने छूट गये। इसकी खरीदारी जिस पोर्टल पर की जानी है, उसने उम्र का ऐसा बंधन दिया कि यहां पर तैनात 60 प्लस प्राचार्य इस टेबल को खरीद ही नहीं सके। बीते सात साल में पांच प्राचार्य व दो प्रभारी प्राचार्य आये-गये लेकिन इस टेबल की खरीद नहीं कर सके। साल 2028 से ही हो रहा है थ्री डी डिसेक्शन टेबल की खरीद का प्रयास अप्रैल 2018 में स्वास्थ्य विभाग बिहार ने निर्णय लिया था कि जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एंड हॉस...