कानपुर, सितम्बर 11 -- कानपुर देहात, संवाददाता। मेडिकल कालेज संचालन के बाद भी मार्ग दुर्घटनाओं में गंभीर घायलों के बेहतर उपचार के लिए एक दशक पूर्व जिला अस्पताल परिसर में बना ट्रामा सेंटर अभी तक संचालित नहीं हो सका।यहां आक्सीजन प्लांट व 14 वेंटीलेटर, डॉक्टर व कर्मचारियों की फ़ौज होने के बाद भी इसके संचालन में गतिरोध बना है इससे दुर्घटना में गंभीर घायलों के लिए मेडिकल कालेज भी रेफर सेंटर बना है। दो नेशनल हाईवे व दो राज्यमार्गों के चलते दुर्घटना जोन बने जिले में औसत हर दिन एक मौत व दो लोग गंभीर रूप से घायल होते हैं। इनमें अधिकांश गंभीर घायल समय से समुचित इलाज नहीं मिलने से रेफर होकर कानपुर जाते समय रास्ते में ही दम तोड़ देते हैं। मौजूदा समय में हादसों की संख्या में तेजीसे इजाफा हो रहा है।एक दशक पूर्व 172.12 लाख रुपए की लागत से जिला अस्पताल परिस...