गंगापार, मई 1 -- एक तरफ केंद्र व प्रदेश सरकार करोड़ों रुपये खर्च कर देश के विभिन्न प्रदेशों में जल जीवन मिशन योजना के तहत करोड़ों रुपये से जगह-जगह ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण करवा रही है, तो वहीं दूसरी ओर मेजा तहसील क्षेत्र के विभिन्न गांवों में लाखों करोड़ों रुपये से निर्मित निर्मित पेयजल समूह योजना उपभोक्ताओं के लिए सफेद हाथी सिद्ध हो रही है। पकरी सेवार, लखनपुर, डेलौहा, रामनगर, परानीपुर, मेजा खास सहित दर्जनों से अधिक ऐसी पेयजल योजनाएं हैं, जो या तो पूरी तरह से बंद पड़ी है, या जो चल रही हैं तो निर्धारित गांवों तक पानी नहीं पहुंच पा रहा है। पकरी सेवार में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण कार्य तो चल रहा है, लेकिन अभी तक पकरी सेवार में पाइप लाइन नहीं बिछाई जा सकी। इस गांव में यही कहावत चरितार्थ हो रही है, चिराग तले अंधेरा। पकरी सेवार के शंभूचक...