मुजफ्फर नगर, अक्टूबर 1 -- कस्बे में रामलीला मंडल के तत्वावधान में पुरानी रामलीला में आयोजित रामलीला में युद्धस्थल पर मेघनाद का बाण लगने से लक्ष्मण जी मूर्छित हो जाते है। जिससें श्री राम की सेना में मायूसी छा जाती है। इस दौरान कलाकारों द्वारा की गई लक्ष्मण-मेघनाद संवाद की सजीव लीला देख लोग प्रफुल्लित हो उठे। लक्ष्मण जी को बचाने के लिए हनुमान जी सुसैन वैध को लंका से उठाकर लाते हैं। बाद में हनुमान जी संजीवनी बूटी लेने जाते हैं। स्थानीय कलाकारों द्वारा की गई। इस लीला को देख लोग मंत्रमुग्ध हो गए। इस दौरान व्यवस्था बनाने वालों में मुख्य रूप से पंकज संगल,मोहित गर्ग,गौरव पुष्कर शर्मा,अनिता पुष्कर शर्मा,आशीष संगल,तेजपाल वर्मा,पुनीत रस्तौगी,रमन रस्तौगी,निशान्त माहेश्वरी,गगन अग्रवाल,अंकित अग्रवाल,कमलेश भारद्वाज ,कमलेश वत्स शर्मा,लाला मोहनलाल संगल आद...