धनबाद, अप्रैल 7 -- बलियापुर, प्रतिनिधि। शिक्षक पति गोविंद मांझी की निधन के 17 साल बाद भी उनकी पत्नी लखी देवी को पति के पीएफ में संचित राशि नहीं मिली है। शिक्षक की पत्नी पीएफ राशि के लिए दर-दर भटक रही है। उभीडीह निचितपुर निवासी लखी देवी का कहना है कि उसका पति गोविंद मांझी खैरटांड़ उत्क्रमित मध्य विद्यालय में प्रधान शिक्षक के पद पर कार्यरत थे। सेवा में रहते हुए 23 अगस्त 2005 को निधन हो गया था। पति की मृत्यु के बाद पेंशन, उपादान, ग्रुप जीवन बीमा व अर्जितावकाश के पावनाओं का भुगतान किया गया, पर मृत्यु के 17 साल बाद भी पति के पीएफ की राशि का भुगतान नहीं किया गया। जबकि कटौती विवरणी, मृत्यु प्रमाणपत्र, पारिवारिक सूची, शपथ पत्र आदि के साथ भविष्यनिधि का मूल आवेदन प्रपत्र संबंधित अधिकारी के कार्यालय में जमा किया गया। पत्नी का कहना है कि जिला शिक्षा अ...