बिजनौर, जुलाई 20 -- नहटौर। श्री सनातन धर्म प्रचार समिति के तथा धन में आयोजित की शिव महापुराण कथा के सातवें दिन कथा व्यास में कहा की शिव मृत्यु और मोक्ष के स्वामी है। सब कुछ उन्हीं के हाथ निहित है। भगवान शिव का ध्यान करने मात्र से मनुष्य मोक्ष को प्राप्त करता है। शनिवार को आयोजित कथा में मुख्य यजमान पवन अग्रवाल चूड़ी वाले ओर सुशांत अग्रवाल संभल वाले रहें। कथाव्यास अश्वनी भास्कर ने कहा कि भगवान शिव को मृत्यु और मोक्ष दोनों का स्वामी माना जाता है। मृत्यु उनके अधीन है और वे ही जीवन-मृत्यु के चक्र से मुक्ति दिलाते हैं, जिसे मोक्ष कहते हैं। भगवान शिव को "काल" भी कहा जाता है, जो समय का प्रतिनिधित्व करता है। मृत्यु एक अटल सत्य है, और शिव को मृत्यु का स्वामी माना जाता है। हर हर महादेव ओर जय महाकाल के जयघोष से वातावरण भक्तिमय हो गया। भगवान शिव की मह...