कानपुर, अप्रैल 14 -- फजलगंज में मृतक के फर्जी हस्ताक्षर से वसीयत तैयार कर मकान हड़पने का मामला सामने आया है। 25 साल से न्याय की तलाश में भटक रही पीड़िता ने शिकायत पुलिस कमिश्नर से की तो जांच शुरू हुई। सात नामजद और कई अज्ञात पर धोखाधड़ी की एफआईआर दर्ज की गई है। उरई निवासी प्रवीन सिंह ने बताया कि उनका पैतृक मकान दर्शनपुरवा में है। एक फरवरी 1997 को पिता विष्णु पाल सिंह ने घर बेचने के लिए 28 लाख रुपये में जितेंद्र पाठक, मो. अकील, रशीन अहमद, कमाल अहमद से एग्रीमेंट किया था। इस दौरान दो लाख रुपये एडवांस दिए गए थे। मकान की रजिस्ट्री से पहले चचेरे भाई ने कोर्ट से स्टे ले लिया जिसके बाद परिवार उरई जाकर रहने लगा। पांच मार्च 1999 को पिता की हादसे में मौत हो गई। आरोप है कि आरोपितों ने पिता की फोटो लगाकर उनके फर्जी हस्ताक्षर कर वसीयत तैयार की। कोई भी व...