जहानाबाद, अगस्त 13 -- अरवल, निज संवाददाता। जिले क्षेत्र में मंगलवार की रात से लेकर बुधवार की शाम तक हुई बारिश से धान के लिए वरदान साबित हुआ है लेकिन आम जनजीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त हो गया है। लगातार बारिश से कई गांव में रोपे गए धान के पौधे डूबने लगे हैं। इस मामले में लोदीपुर कृषि विज्ञान केंद्र के कृषि वैज्ञानिक एके दास ने बताया कि उर्वरक की पहली खुराक के बाद धान में कीट पतंग जैसे व्याधि उत्पन्न हो जाती है। इसलिए यह वर्षा धान फसल के लिए बहुत ही उपयोगी साबित हुआ है। जिस खेत में पानी नहीं था उसमें उर्वरक डालने का उपयुक्त समय है। वहीं 24 घंटे की लगातार वर्षा से जनजीवन प्रभावित हुई है लेकिन किसानों का मानना है कि इस तरह की वर्षा प्रत्येक 15 दिन पर आती है तो पैदावार में बढ़ोतरी होगी। मौसम के अनुसार पूरे सावन माह में ऐसी वर्षा नहीं हुई थी जिस...