रांची, मई 9 -- रांची। भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध की स्थिति में चिकित्सकों का दायित्व बढ़ जाएगा। युद्ध के दौरान चिकित्सा पेशेवरों की भूमिका बढ़ जाती है, क्योंकि उन्हें घायल और बीमार सैनिकों और नागरिकों की देखभाल करनी होती है। इसके साथ ही, उन्हें युद्ध के कारण फैलने वाले रोगों से निपटने के लिए भी तैयार रहना पड़ता है। वर्तमान परिस्थिति पर रिम्स के जूनियर डॉक्टरों ने कहा कि हमारे हाथों में जिस प्रकार से भी जीवन बचाने की शक्ति है, उसका पूरा उपयोग करेंगे। सेना अपना काम कर रही है, अब हमारी बारी है। जहां भी जैसे भी हालात होंगे हम अपनी सेवा दिन-रात देने को तत्पर रहेंगे। देश सेवा के लिए हर वक्त तैयार हूं। हमारे से लिए सभी लोगों का जीवन मूल्यवान होता है। हमारे हाथ सदैव जीवन रक्षा को उठते हैं। देश प्रथम है। जहां भी रक्षा और सेवा की बात होगी देश क...