सीवान, जून 2 -- जीरादेई, एक संवाददाता। जिले में अमृत भारत योजना के तहत सीवान व मैरवा रेलवे स्टेशन का विकास व सौन्दर्यीकरण कार्य किया जा रहा है। दूसरी तरफ देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद के पैतृक गांव के नाम पर स्थापित जीरादेई रेलवे स्टेशन मूलभूत सुविधाओं से आज भी वंचित है। जनप्रतिनिधियों की उदासीनता के कारण बाबू के पैतृक गांव के रेलवे स्टेशन का समुचित विकास आज भी अधर में लटका है। स्थानीय लोगों के अनुसार, स्टेशन पर न तो किसी अच्छी ट्रेन का ठहराव है और न यात्रियों के बैठने या ठहरने की कोई व्यवस्था है। इस स्टेशन पर पैसेंजर समेत कई एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव है। लेकिन यात्रिओं के लिए सुविधा नदारद है। स्टेशन पर सबसे बड़ी समस्या बिजली की है। जब बिजली रहती है तो स्टेशन चकाचौंध रहता है। जैसे ही बिजली गुल होती है, स्टेशन समेत प्लेटफार्...