लखनऊ, नवम्बर 26 -- लखनऊ, विशेष संवाददाता कानपुर की रहने वाली 20 वर्षीय मूक-बधिर खुशी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अपना बनाया चित्र देने के लिए घरवालों को बिना बताए लखनऊ आ गई। बाद में हजरतगंज पुलिस ने उसे देखा और परिजनों को सूचना देकर लखनऊ बुलाया। जब मुख्यमंत्री को इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने बुधवार को खुशी से मुलाकात की और उसकी पढ़ाई और उपचार के साथ भविष्य की अन्य जरूरतों को पूरा करने का जिम्मा उठाया। कानपुर के ग्वालटोली अहरानी निवासी खुशी अपने पिता कल्लू गुप्ता, माता गीता गुप्ता और भाई जगत गुप्ता के साथ 26 नवंबर को लखनऊ पहुंची। आर्थिक सीमाओं से जूझ रहा यह परिवार बेहद सरल और संघर्षपूर्ण जीवन जीता रहा है। पिता कल्लू गुप्ता पहले संविदा पर गार्ड की नौकरी करते थे, जो अब छूट चुकी है। माँ गीता गुप्ता घरों में काम करके परिवार का खर्च उठाती हैं...