आरा, जुलाई 2 -- -कई इलाकों में इमामबाड़े पर ताजिया रखने की है परंपरा आरा/बिहिया। निज प्रतिनिधि संघर्ष और कुर्बानी की याद में मनाया जाने वाले मुहर्रम पर्व की तैयारी जोर-शोर से चल रही है। शहर समेत ग्रामीण क्षेत्रों में युवक आकर्षक ताजिया निर्माण में जुटे हैं, जबकि कई जगह कलाकारों से ताजिया बनवाया जा रहा है। धार्मिक उलेमा और समाज के अग्रणी लोग सौहार्दपूर्ण माहौल में जुलूस निकालने की तैयारी कर रहे हैं। प्रशासनिक अधिकारी संवेदनशील इलाकों में शांति समिति की बैठक कर आपसी भाईचारे की अपील कर रहे हैं, जबकि समाज के प्रबुद्ध लोग और सामाजिक संगठन युवाओं को पर्व शांति व समरसता से मनाने के लिए जागरूक कर रहे हैं। मालूम हो कि मुहर्रम पर निकलने वाले ताजिया जुलूस को देखने के लिए विभिन्न स्थानों पर भारी भीड़ उमड़ती है, जिससे मेले जैसा दृश्य देखने को मिलता है।...