एटा, फरवरी 7 -- राजकीय जिला कृषि एवं औद्योगिक विकास प्रदर्शनी पंडाल में गुरुवार रात ऑल इंडिया मुशायरा का आयोजन हुआ।मशहूर शायरों ने शेरों-शायरी और गजलें पेश कर जमकर वाहवही लूटी। मुशायरे में अमरोहा से आई शायिरा निकहत अमरोही ने वक्त की भीड़ में हरकिज नहीं खोने दूंगी, मैं तुझे किसी और का होने नहीं दूंगी, तूने छीनी है मेरी आंखों से नीदें, मैं भी तुझे चैन से सोने नहीं दूंगी।' इस शायरी को सुन श्रोताओं ने वाहवाही करते हुए जमकर तालियां बजाई। शायरा सबीना अदीब ने 'खामोश लव है, झुकी हैं पलके दिलों में उल्फत नई-नई हैं, अभी तकल्लुफ है गुफ्तगू में अभी मोहब्बत नई-नई हैं'। शायरी सुनाकर लोगों ने जमकर तालियां बजाईं। शायरा खुशबू शर्मा ने 'ये कहकशा भी उनके ही कदमों की धूल है, उनका हर एक उसूल ही सच्चा उसूल है, हिन्दू तो मै हू काफिर नहीं मैं'। मंजर भोपाली, जौहर...