अमरोहा, अगस्त 12 -- हजरत बाबा फरीदी रहमतुल्लाह अलैह की दरगाह पर चल रहे चार दिवसीय 551वें उर्स का सोमवार को कुल शरीफ की रस्म के साथ समापन हो गया। आखिरी दिन दरगाह पर जायरीनों का हुजूम लगा रहा। पंजाब के फरीदकोट से आए जत्थे ने भी दरगाह पर हाजिरी लगाकर चादरपोशी की। सज्जादानशीन ख्वाजा सलीम राशिद फरीदी ने मेहमानों की दस्तारबंदी की तथा उन्हें स्मृति चिन्ह भेंट किए। नेशनल हाईवे स्थित दुनियाभर में मशहूर हजरत बाबा फरीदी की दरगाह पर सोमवार सुबह फज्र की नमाज के बाद कुरआन ख्वानी हुई। उसके बाद से ही दरगाह पर जायरीनों के आने का सिलसिला शुरू हो गया था। शहर और ग्रामीण क्षेत्रों के साथ ही दूसरे राज्यों से भी आए जायरीनों ने बाबा की दरगाह पर चादरपोशी कर मन्नतें मांगी। दरगाह पर कव्वाली का कार्यक्रम भी बदस्तूर जारी रहा, कव्वालों ने बाबा की शान में सूफीयाना अंदा...