संभल, अक्टूबर 22 -- मरकजी मदरसा अहले सुन्नत अजमल उल उलूम के संस्थापक हजरत मुफ़्ती अजमल शाह कादरी का 64 वां उर्स पूरी शान से मनाया गया। मंगलवार को कुल शरीफ की तकरीब में हजारों अकीदतमंदों की भीड़ जमा हुई। कार्यक्रम का आगाज कुरआने पाक की तिलावत से कारी सलमान ने किया। लुकमान अजमली ने हम्द और उजैर अजमली, उसामा अजमली ने नाते पाक पेश की। सैफुल्लाह सुल्तानी व मुफ्ती ए आजम कारी अलाउद्दीन अजमली ने मनकबत का नजराना पेश किया। मुफ्ती आलम नूरी ने कहा कि मरकजी मदरसा अहले सुन्नत अजमल उल उलूम कल भी मरकज था, आज भी है, और कल भी मरकज ही रहेगा। कुछ लोग मरकज को खत्म करना चाह रहे हैं, मरकज पर उंगली उठा रहे हैं, याद रहे हम अगर खामोश हैं, इसका मतलब यह नहीं कि हम जवाब नहीं दे सकते। बनारस से आए मुख्य वक्ता मुफ्ती आसिफ मिस्बाही ने कहा कि मुफ्ती अजमल शाह को कभी दुनियावी...