रांची, जुलाई 6 -- मुरहू, प्रतिनिधि। झारखंड सरकार की महत्वाकांक्षी योजना किसान पाठशाला का निर्माण मुरहू प्रखंड में भूमि विवाद के कारण अधर में लटक गया है। रविवार सुबह करीब सात बजे सैकड़ों ग्रामीण अचानक अधिग्रहित भूमि पर पहुंच गए और सामूहिक रूप से हल चलाकर खेत तैयार किया। ग्रामीणों ने कुछ स्थानों पर लगे लोहे के बाड़ को हटाकर विरोध स्वरूप जमीन पर लाल झंडा भी गाड़ दिया। इधर, ग्रामीणों का कहना है कि यह भूमि उनके पूर्वजों ने 1957 में बिहार सरकार को कृषि नर्सरी स्थापित करने के उद्देश्य से सात वर्षों के लिए लीज पर दी थी। लीज की वैधता 1964 में समाप्त हो गई, लेकिन इसके बाद प्रशासन द्वारा बिना सहमति के इसे अधिग्रहित कर लिया गया। ग्रामीणों का दावा है कि इस भूमि का पंजी टू में कोई स्पष्ट अभिलेख उपलब्ध नहीं है। लगभग 25 एकड़ भूमि पर लगातार हो रही थी खेती...