रामपुर, अप्रैल 5 -- शहर के फूटा महल स्थित श्री दिगंबर पाश्र्वनाथ जैन मंदिर में प्रात: काल दिगंबर जैन मुनि श्री सहज सागर जी महाराज और श्री नव पदम सागर जी महाराज के पावन सानिध्य में पूजन, अभिषेक और शांति धारा का आयोजन किया गया। इस पवित्र अवसर पर मुनि महाराजों ने प्रवचन देते हुए जीवन को सात्विकता और संयम से सुसज्जित करने का संदेश दिया। इसके उपरांत मुनि महाराजों की आहारचर्या कस्तूरचंद जैन और प्रमोद कुमार जैन एडवोकेट के निवास पर संपन्न हुई। दोपहर 1:00 बजे से १६वें तीर्थंकर शांतिनाथ जी का विधान समस्त जैन समाज की उत्साहपूर्ण सहभागिता के साथ आयोजित हुआ। इस विधान के फल के बारे में मुनिराज ने बताया कि यह सुख, शांति और समृद्धि प्रदान करता है। इससे रोग, शोक और जीवन के अभाव समाप्त होते हैं, साथ ही समाज में वात्सल्य, प्रेम और शांति का स्थायित्व होता है...