मथुरा, जुलाई 11 -- ढप-ढोलक, हारमोनियम, मृदंग की धुन पर थिरकते गाते गौड़िय संतों ने गुरुवार को कस्बे में सुबह और शाम को अलग-अलग परंपरागत मुड़िया शोभायात्राएं निकालीं। इसमें नाचते-गाते संत ऐसे प्रतीत हुए जैसे उन्हें साक्षात गुरु दर्शन गए। हरिनाम संकीर्तन के बीच गुरु भक्ति में लीन पहली मुड़िया शोभायात्रा भजन कुटीर से तो दूसरी महाप्रभु जी मंदिर से निकाली गयी। मुड़िया पूर्णिमा पर गोवर्धन में उमड़ रहे आस्था के सैलाब के बीच गुरुवार की सुबह 11 बजे महंत राम कृष्ण दास की निर्देशन में गुरु सनातन गोस्वामी के डोला के साथ भव्य शोभायात्रा का शुभारंभ हुआ। चक्लेश्वर स्थित सनातन गोस्वामी की भजन कुटीर पर नमन करते हुए सिर मुड़ाये मुड़िया संत हरिनाम संकीर्तन के साथ नृत्य करते हुए निकले तो श्रद्धालु भी झूम उठे। शोभायात्रा मानसी गंगा की परिक्रमा करते हुए प्राचीन ...