नई दिल्ली, नवम्बर 19 -- निठारी कांड में 17 साल से भी अधिक समय जेल में बिताने के बाद बरी हुए मोनिंदर सिंह पंढेर ने चुप्पी तोड़ी है। नोएडा के सेक्टर-31 में 2005-2006 के बीच बच्चों और महिलाओं के रहस्यमयी ढंग से गायब होने और फिर उनके कंकाल बरामद होने ने पूरे देश को हिला दिया था। इस दिल दहला देने वाले मामले में पंढेर और उनके घरेलू सहायक सुरेंद्र कोली को मुख्य आरोपी माना गया। लेकिन अब दोनों बरी हो चुके हैं। पंढेर ने खुलकर कहा है कि असल जांच को मीडिया ट्रायल, राजनीतिक दबाव और पुलिस की बड़ी लापरवाही ने पटरी से उतार दिया।सुरेंद्र कोली बहुत अच्छा आदमी लगा इंडिया टुडे से बातचीत में पंढेर ने दावा किया कि उन्हें और कोली को बिना पुख्ता सबूतों के फंसाया गया। उन्होंने कहा, "कोली मुझे बहुत अच्छा लगा। अगर वह बुरा इंसान होता तो मैं उसे क्यों रखता? उसके खिला...