मुजफ्फर नगर, मई 28 -- खतौली। जैन संस्कृति एवं नैतिक संस्कार के पांचवें दिन श्री चन्द्रप्रभ दिगम्बर जैन मंदिर पीसनोपाडा खतौली में अखिल भारतीय जैन युवा फेडरेशन खतौली के सानिध्य में शिविर में बच्चों को पूजन में पढ़े जाने वाले मंत्रों की विस्तृत जानकारी दी गई। मध्य प्रदेश के आशीष शास्त्री व इंदौर से पधारे सुमित शास्त्री और विदेह जैन ने बच्चों में संस्कार वृद्धि हेतु बताया कि क्रोध, मान, मायाचारी एवं लोभ ये चार कषाय ऐसे हैं जिसके कारण जीव को चौरासी लाख योनियों के चक्कर लगाने पड़ते हैं। हैदराबाद से पधारे डॉ. पुनीत जैन ने कहा कि भगवान की पूजा से इंसान का जीवन सफल होता है। आशीष शास्त्री ने बताया अपने हृदय में घमंड, क्रोध और ईर्ष्या जैसे दुर्भावों को नहीं रखना चाहिये। दूसरों का उपकार करते हुए सरल व्यवहार करने, दीन-दुखियों के प्रति करुणा रखते हुए प्र...