बाराबंकी। अतुल वर्मा, फरवरी 19 -- अपनी रियासत और प्रजा की रक्षा के लिए अंग्रेजों से मोर्चा लेने वाले राजा गुरुदत्त सिंह के सूर्यपुर स्टेट की निशानियां आज भी वीरों की याद दिला रही हैं। सूर्यपुर गांव के बाहर बने रियासत के मुख्य द्वार आज भी राजा की वीरता की गवाही दे रहा है। हथौंधा गांव में बने चंद्रहास महल में ट्रस्ट की ओर से चल रहे विद्यालय में यहां के छात्रों को राजा की बहादुरी के किस्से भी पढ़ाए जा रहे हैं। वर्तमान समय में रियासत का गेट अब उपेक्षा का शिकार हो रहा है। जनपद बाराबंकी की रामसनेहीघाट तहसील अंतर्गत मुगलों को राजस्थान के मारवाड़ के सूर्यवंशी राजा द्वारा पराजित करके सूर्यपुर रियासत बचाई गई। उनके वारिसों ने आजादी में महत्वपूर्ण भूमिका ही नहीं निभाई बल्कि रियासत और अपनी प्रजा को सुरक्षित रखा। बाराबंकी गजेटियर व पूर्वजों के मुताबिक मा...