एटा, अगस्त 4 -- दरगाह सैयद इब्राहिम शाह अल्पसंख्यक 32 की कमेटी में किए जा रहे भ्रष्टाचार के विरोध में दरगाह की 22 दुकानों के दुकानदारों ने मोर्चा खोल दिया है। दुकानदारों का कहना है कि कमेटी के दरगाह शरीफ की आमदनी का कोई हिसाब नहीं किया जा रहा। सारी धनराशि का गोलमाल हो रहा है। एसडीएम की अनुपस्थिति में तहसीलदार सारस्वत अग्रवाल को ज्ञापन सोपा। दरगाह शरीफ की दुकानों के दुकानदारों में मुजम्मिल खान, हाफिज मोहम्मद, नईम खादिम, सद्दाम ने बताया कि मौजूदा कमेटी दरगाह की 100 बीघा जमीन पट्टे पर उठाई जाती है, जिससे पांच लाख रुपये एक वर्ष का लगन आता है। 22 लाख रुपये में उर्स शरीफ का ठेका उठाया जाता है। दरगाह की दुकानों सेRs. एक लाख रुपये महीने का किराया आता है। खेतों पर मौजूद लकड़ी कटान से छह लाख रुपये प्रति वर्ष की बिक्री की जाती है। इतनी कमाई होने के ...