मुजफ्फर नगर, अक्टूबर 31 -- मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में पारदर्शिता और धोखाधडी को रोकने के लिए अब कार्यक्रम स्थल पहले वर वधु की बायोमेट्रिक हाजिरी होगी। सत्यापन के बाद जयमाला की रस्म होगी। शासन स्तर से करीब 854 कन्याओं की शादी कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिसके सापेक्ष करीब 500 आवेदन आ चुके है। सूत्रों का कहना है कि नवम्बर माह के अंतिम चरण में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम आयोजित हो सकता है। शासन स्तर पर मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना को लेकर काफी बदलाव हुए है। पूर्व में योजना के तहत प्रत्येक जोडे पर 51 हजार रुपए खर्च होते आए है। जिसमें 35 हजार रुपए वधु के खाते में और 10 हजार रुपए का सामान दिया जाता था। वहीं छह हजार रुपए भोजन और अन्य व्यवस्था पर खर्च होते थे। अब शासन स्तर से मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत खर...