नई दिल्ली, अगस्त 7 -- नई दिल्ली। एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति मुकेश अंबानी ने अपने समूह रिलायंस इंडस्ट्रीज से लगातार पांचवें साल कोई वेतन नहीं लिया और लाभांश उनकी आय का मुख्य स्रोत बना हुआ है। अंबानी ने वित्त वर्ष 2008-09 से 2019-20 तक अपने वार्षिक पारिश्रमिक को 15 करोड़ रुपये तक सीमित रखा था। उन्होंने कोविड-19 महामारी के बाद वित्त वर्ष 2020-21 से तब तक अपना वेतन छोड़ने का फैसला चुना, जब तक कि कंपनी और उसके सभी कारोबार पूरी तरह से अपनी आय क्षमता पर वापस नहीं आ जाते। कंपनी की ताजा वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार 2024-25 में उन्हें वेतन, भत्ते और सेवानिवृत्ति लाभ के रूप में कोई राशि नहीं मिली।

हिंदी हिन्दुस्तान की स्वीकृति से एचटीडीएस कॉन्टेंट सर्विसेज़ द्वारा प्रकाशित...