प्रयागराज, मार्च 19 -- प्रयागराज, विधि संवाददाता। न्यायमूर्ति सौरभ श्याम शमशेरी ने कहा कि अधिवक्ता को अपने वादकारी एवं उसके वाद के विषय में अधिक ध्यान देने की जरूरत है क्योंकि वह आपसे यही अपेक्षा करता है कि आप उसकी बातों को न्यायालय के समक्ष अच्छी प्रकार से रखें। न्यायमूर्ति शमशेरी मंगलवार को हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के नो योर जज कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। न्यायमूर्ति शमशेरी ने कहा कि वादकारी के मुकदमे का अध्ययन करें तो सम्पूर्ण प्रकरण मस्तिष्क में आ जाएगा और न्यायालय के समक्ष अपना पक्ष रखने में सुगमता होगी। उन्होंने आगे कहा कि यदि आप किसी न्यायमूर्ति के विचारों को जानना चाहते हैं तो आप उनके न्याय कक्ष में अवश्य बैठें और मुकदमे में हो रही बहस को ध्यानपूर्वक अवश्य सुनें। उन्होनें कनिष्ठ अधिवक्ताओं से कहा कि अपने सीनियर क...