कानपुर, अगस्त 3 -- कानपुर। आईएमए की ओर से रविवार को वैज्ञानिक सीएमई का आयोजन किया गया। प्रथम वक्ता आईएपी की अध्यक्ष डॉ. रोली मोहन श्रीवास्तव ने किशोरों में शारीरिक छवि संबंधी समस्याओं के बारे में बताया। मुंहासे और अनचाहे बाल सिर्फ बाहरी समस्या नहीं है। ये अक्सर अंदरूनी हार्मोनल असंतुलन का संकेत होते हैं। लगातार मुंहासे या ज़्यादा बाल आत्मविश्वास और मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव डालते हैं। अच्छी बात यह है कि आज इन समस्याओं का सुरक्षित और प्रभावी इलाज उपलब्ध है। जीवनशैली में बदलाव, तनाव नियंत्रण और समय पर इलाज से इन समस्याओं को लंबे समय तक रोका जा सकता है। खुद से दवा लेना, बार-बार पार्लर जाना या समस्या को नजरअंदाज़ करना नुकसानदायक हो सकता है। समय रहते डॉक्टर से परामर्श लेने से राहत मिल सकती है। वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. रीता मित्तल ने कहा कि सर...