मुंगेर, अक्टूबर 8 -- मुंगेर, हिन्दुस्तान संवाददाता। मुंगेर विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर (पीजी) विभागों और अध्ययन केन्द्रों में शिक्षकों के अभाव से शैक्षणिक गतिविधियां गंभीर रूप से प्रभावित हैं। तीन महीने पहले राज्य सरकार प्रशासन ने शिक्षक पदों का सृजन तो कर दिया, लेकिन अब तक नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू नहीं हो पाई है। इसके चलते विद्यार्थी बिना शिक्षक के ही पढ़ाई करने को विवश हैं। विश्वविद्यालय परिसर स्थित कई पीजी विभागों और सेंटरों में स्थिति यह है कि छात्र-छात्राएं स्वयं अध्ययन और पुराने नोट्स पर निर्भर हैं। शिक्षण कार्य नियमित रूप से न होने के कारण कक्षाओं की प्रगति बाधित हो गई है। छात्रों का कहना है कि उन्होंने विश्वविद्यालय में दाखिला इस उम्मीद से लिया था कि उन्हें नियमित कक्षाएं और मार्गदर्शन मिलेगा, लेकिन अब अधिकांश विषयों में न तो श...