मुंगेर, जून 24 -- मुंगेर, एक संवाददाता। मुंगेर विश्वविद्यालय अपनी स्थापना के 6 वर्षों बाद भी स्थायी शिक्षकेतर कर्मचारियों की भारी कमी से जूझ रहा है। विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले कॉलेज भी इसी समस्या से ग्रस्त हैं। कई कॉलेजों में तो स्वीकृत पदों के मुकाबले आधे से भी काफी कम कर्मचारी रह गए हैं, जिससे रोजमर्रा के शैक्षणिक और प्रशासनिक कार्य बुरी तरह प्रभावित हो रहे हैं। कॉलेज एवं विश्वविद्यालय में हालात ऐसे हैं कि, समय पर जरूरी फाइलिंग, छात्रहित से जुड़े कार्यों और कार्यालयी प्रक्रियाओं में नियमित रूप से देरी हो रही है। नतीजतन, कार्यों का ढेर लग गया है और आम छात्र-शिक्षक सभी प्रभावित हो रहे हैं। कर्मचारियों की कमी को लेकर विश्वविद्यालय परिसर और कॉलेजों में बार-बार आवाज उठाई जा रही है, लेकिन अब तक कोई ठोस समाधान सामने नहीं आया है। सरकार न...