मुंगेर, दिसम्बर 3 -- मुंगेर, रणजीत कुमार ठाकुर। मुंगेर शहर में अतिक्रमण वर्षों से नासूर बन चुका है। फुटपाथ पर कब्जा, सड़क पर फैलती दुकानें और प्रशासन की ढुलमुल कार्रवाई ने शहर की व्यवस्था को बुरी तरह जकड़ लिया है। कई नगर आयुक्त आए और गए, मेयरों के कार्यकाल बदले, योजनाएं बनीं- लेकिन, मुंगेर बाजार आज भी अतिक्रमण से कराह रहा है। राज्य सरकार की कैबिनेट द्वारा प्रमंडल मुख्यालय में टाउनशिप विकसित करने का निर्णय लिया गया है। इसके तहत मुंगेर प्रमंडल मुख्यालय के मुंगेर में भी टाउनशिप विकसित किया जाएगा। लेकिन, मुंगेर में जहां आज तक शहर अतिक्रमण मुक्त नहीं हो सका, बल्कि यह समस्या और बढ़ती ही जा रही है, वहां तो टाउनशिप की बात करना बेमानी ही होगा। क्योंकि, मुंगेर शहर का शायद ही कोई बाजार ऐसा हो जो अतिक्रमण से मुक्त हो। वर्षों से यह समस्या जड़ जमाए हुए...