मुंगेर, नवम्बर 18 -- मुंगेर, एक संवाददाता। मुंगेर जिला आज भी पेयजल संकट से जूझ रहा है। जिले के कुल 657 वार्ड ऐसे हैं, जहां अब तक शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने वाली कोई भी सरकारी योजना नहीं पहुंच पाई है। इसमें जिले के विभिन्न प्रखंडों एवं वार्डों में से पंचायती राज विभाग (पीआरडी) के छूटे हुए 22 वार्ड की योजनाएं, जिसके लिए अभी तक निविदा की प्रक्रिया भी पूरी नहीं हुई है एवं 261 वार्डों की योजनाएं जो पूरी होने की अंतिम चरण में हैं तथा हर घर नल का जल योजना की 374 परियोजनाएं, जो पूरी होने की प्रक्रिया में हैं, शामिल हैं। इन वार्डों के लोग पीने के लिए अब भी हैंडपंप, कुएं या निजी जलस्रोतों पर निर्भर हैं। ग्रामीण क्षेत्रों की यह समस्या और गंभीर हो जाती है, जहां गर्मी के मौसम में पानी की उपलब्धता और भी कम हो जाती है। ऐसे में, स्पष्ट है कि, मुंगेर जिले म...