जमशेदपुर, जुलाई 21 -- जमशेदपुर, रोहित कुमार। झारखंड में आपराधिक गतिविधियों में इस्तेमाल हो रही गोलियों को लेकर एक चौंकाने वाला ट्रेंड सामने आया है। पहले जहां मुंगेर की बनी गोलियों की सबसे ज्यादा मांग रहती थी, वहीं अब हरियाणा और उत्तर प्रदेश के कानपुर में बनी गोलियों को अपराधी ज्यादा पसंद कर रहे हैं। बदमाशों को 9 एमएम की गोलियां ज्यादा भा रही हैं। इसकी पुष्टि हाल के महीनों में पुलिस की गिरफ्त में आए बदमाशों ने की है। पकड़े गए कई अपराधियों के पास से बरामद गोलियां मुंगेर की नहीं, बल्कि हरियाणा और कानपुर की बनी पाई गई हैं। गोलियों की पहचान उनके हेडस्टैम्प से की जाती है, जिसमें निर्माता का नाम या कोड अंकित होता है। मुंगेर की अवैध गोलियों की आपूर्ति पिछले कुछ समय से धीमी हुई है। इसके दो प्रमुख कारण माने जा रहे हैं। एक, पुलिस द्वारा लगातार चलाए ...