नई दिल्ली, मई 14 -- सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका दाखिल हुई है, जिसमें केंद्र सरकार पर आरोप लगाया है कि 43 रोहिंग्या शरणार्थियों को हाथ और आंखें बांधकर समुद्र में फेंक दिया गया है। याची का कहना है कि इन लोगों को वापस लिया जाए। इस याचिका में सनसनीखेज आरोप लगाते हुए कहा गया कि रोहिंग्या शरणार्थियों को सरकार ने जबरन बाहर निकाला है। आरोप है कि 43 रोहिंग्या रिफ्यूजियों में महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग शामिल हैं। इसके अलावा कई लोग तो इनमें ऐसे हैं, जिन्हें कैंसर जैसी गंभीर बीमारियां भी हैं। याचिका में मांग की गई है कि इन शरणार्थियों को दिल्ली वापस लाया जाए और कस्टडी से रिहा किया जाए। याचिका में आरोप लगाया गया है कि रोहिंग्या शरणार्थियों को पहले एयरपोर्ट ले जाया गया। इसके बाज इन्हें पोर्ट ब्लेयर में ले जाकर नेवी के जहाजों में बिठा दिया गया। इस ...