लखनऊ, अक्टूबर 11 -- लेसा में मीटर बदलने के नाम पर खेल हो रहा है। आरोप है कि रेजीडेंसी, जीटीआई सहित अन्य उपकेंद्रों में बदले गए दो दर्जन से अधिक पुराने मीटर अचानक गायब हो गये। जांच में पता चला कि मीटर बदलने वाली कार्यदायी संस्था के कर्मचारियों ने पुराने मीटर बदलकर स्मार्ट मीटर लगाए, लेकिन लेसा की लैब में पुराने मीटरों को जमा नहीं किया। ऐसे में इन मीटरों की 'बॉट-इन (बीआई) नहीं हो पाई। इंजीनियरों के मुताबिक मीटर बदलने के बाद लैब में फाइनल रीडिंग और मीटर की कंडीशन की रिपोर्ट बनती है। इसमें मीटर मेक, मीटर सीरियल नंबर, मीटर लैब नंबर, रीडिंग, डिमांड सहित अन्य पैरामीटर की जांच होती है। इसी रिपोर्ट के आधार पर फाइनल बिल बनता है। इससे लाखों रुपये का नुकसान होने की आशंका है। लाखों के राजस्व का नुकसान और गड़बड़ी की आशंका दो दर्जन से अधिक मीटरों के गायब ...