पूर्णिया, नवम्बर 17 -- पूर्णिया समेत पूरे सीमांचल की प्रमुख खेती आजकल मक्का हो गई है। इसके लिए छोटे बड़े सभी किसान साल भर अच्छी खेती का इंतजार करते हैं। खेती अगर सफल हो जाती है तो इनकी चांदी हो जाती है, लेकिन इन किसानों को सही ढंग से कहीं से कोई सहयोग नहीं मिल पाता है। किसान बताते हैं कि मक्का की खेती करने में किसानों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है। किसानों को खेत तैयार करने के बाद अच्छी किस्म की बीज खरीदने में काफी मशक्कत करनी पड़ती है। अच्छी क्वालिटी की बीज की कीमत आसमान छुने के बाद भी लोग खरीदारी करने के लिए मजबूर हो जाते हैं। किसानों को अलग-अलग कंपनियों के मक्का बीज के कर्मी अपने-अपने बीज लगानें के लिए जागरूक किया करते हैं। इसके बाद भी किसान अपनी-अपनी मनपसंद बीज खरीदने के लिए आतुर रहते हैं। मनपसंद बीज की कीमत अधिक रहने के कारण ...
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