मुंगेर, नवम्बर 29 -- संग्रामपुर, एक संवाददाता। प्रखंड के कई सरकारी स्कूलों में मिड-डे मील के मानक का पालन नहीं हो रहा है। सरकार द्वारा पोषण के लिए मेनू में अंडा शामिल किए जाने के बावजूद अधिकांश विद्यालयों में बच्चों की थाली से अंडा गायब है। शिक्षक अंडे की जगह मौसमी फल देकर खानापूर्ति कर रहे हैं। शिक्षकों का कहना है कि, सरकार द्वारा अंडा के लिए प्रति पीस केवल 5 रुपये दिए जाते हैं, जबकि बाजार में इसकी कीमत लगभग 8 रुपये है। लागत अधिक होने के कारण विद्यालयों में अंडा उपलब्ध कराना संभव नहीं हो पाता है। अधिकांश स्कूलों में अंडे की जगह 1.50 से 2 रुपये का केला दे दिया जाता है। ज्ञात हो कि, सरकार ने शुक्रवार के निर्धारित मेनू के साथ प्रत्येक बच्चे को एक उबला अंडा देने का मानक तय किया है। लेकिन, शाकाहारी छात्रों को फल देने वाले प्रावधान का दुरुपयोग...