नई दिल्ली, फरवरी 1 -- वैसे तो वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने चुनाव से पहले पेश अंतरिम बजट में लोकलुभावन योजनाओं की घोषणाओं से परहेज किया है लेकिन कुछ ऐसे भी फैसले हुए हैं जिसका असर बड़े वर्ग पर पड़ेगा। आइए जानते हैं इसकी डिटेल। टैक्स के मोर्चे पर क्या हुआ

वित्त मंत्री ने बजट में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष कर की दरों को भी यथावत रखा है, यानी आयकर स्लैब में किसी तरह बदलाव नहीं किया है। मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के अंतिम बजट में सीतारमण ने आयात शुल्क समेत प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष कर के मोर्चे पर कोई राहत नहीं दी। हालांकि, 2014-15 से पहले के 25,000 रुपये तक की छोटी राशि के टैक्स मांग को लेकर विवाद से आम लोगों को राहत देने का प्रस्ताव किया। निर्मला सीतारमण ने कर उपायों पर कुछ घोषणाएं की। इसके तहत 'सॉवरेन वेल्थ फंड' और पेंशन कोष का निवेश एक और...