मुजफ्फरपुर, जुलाई 6 -- मुजफ्फरपुर, प्रमुख संवाददाता। मिडिल, प्लस टू और हाईस्कूलों में सांस्कृतिक क्लब बनेंगे। बच्चों को लोक कलाओं से जोड़कर मोबाइल की गिरफ्त से बचाने के लिए यह पहल की गई है। सांस्कृतिक क्लब में 20 से 50 बच्चे सदस्य होंगे। इस क्लब के माध्यम से बच्चे जहां अपनी खत्म होती लोककला, गायन, वाद्य यंत्रों से परिचित होंगे, उनसे जुड़ेंगे वहीं लोक कलाकारों को पहचान के साथ रोजगार भी मिलेगा। प्रति कक्षा इन कलाकारों को मेहनताना दिया जाएगा। राष्ट्रीय स्तर पर ट्रेनिंग लेकर आए मास्टर ट्रेनर सांस्कृतिक क्लब बनाने में स्कूलों का मार्गदर्शन करेंगे। विलुप्त होती स्थानीय कलाओं से बच्चे इसके माध्यम से परिचित होंगे। सेंटर फॉर कल्चरल रिसोर्स एंड ट्रेनिंग की ओर से सूबे समेत अन्य राज्यों के चुने हुए शिक्षकों को जून के अंतिम सप्ताह में ट्रेनिंग दी गई है...