दौसा, जून 11 -- राजस्थान की सियासी रणभूमि में एक बार फिर तापमान हाई हो गया है. मौका था स्व. राजेश पायलट की पुण्यतिथि का, लेकिन चर्चा का केंद्र बन गए पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के 'बिगड़े' और 'सुलझे' रिश्ते. दौसा में आयोजित इस भव्य कार्यक्रम में गहलोत ने जो बयान दिए, उसने न सिर्फ मीडिया में सनसनी मचा दी बल्कि सियासी गलियारों में भी नई चर्चा छेड़ दी है. 'हमेशा साथ थे, खूब मोहब्बत भी है!' - गहलोत चौंकाने वाली बात ये रही कि जिस मंच से कभी गहलोत ने सचिन पायलट को 'गद्दार' और 'निकम्मा' जैसे संबोधनों से नवाजा था, उसी मंच से उन्होंने अपने पुराने 'शिष्य' के लिए प्रेम और सौहार्द का राग अलापा. गहलोत ने मीडिया की उन खबरों को सिरे से खारिज कर दिया, जिनमें उनकी और पायलट की अनबन की बातें कही जाती रही हैं. उन्होंने बड़े नाटकीय अंदाज में कह...