संभल, मई 7 -- जनपद की कृषि भूमि पर रसायनों और उर्वरकों के अत्यधिक प्रयोग ने मिट्टी की उर्वरा शक्ति को प्रभावित करना शुरू कर दिया है। इसके चलते उत्पादन में भी गिरावट देखी जा रही है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए कृषि विभाग ने अब मृदा स्वास्थ्य सुधार योजना के तहत बड़ा अभियान शुरू किया है। इसके अंतर्गत जिले भर में कुल 11200 मृदा नमूनों को एकत्र कर उनकी जांच कराई जाएगी। उप कृषि निदेशक अरूण कुमार त्रिपाठी ने बताया कि इस अभियान को सभी विकास खंडों में प्रभावी रूप से चलाया जा रहा है। प्रत्येक विकास खंड से 20 गांवों का चयन किया गया है और प्रत्येक ग्राम पंचायत से 100 मृदा नमूने लिए जा रहे हैं। ये सभी नमूने मृदा परीक्षण प्रयोगशाला में भेजे जाएंगे जहां उनकी वैज्ञानिक जांच की जाएगी। जांच के बाद किसानों को उनके खेत की स्थिति के अनुरूप मृदा स्वास्थ्य क...