गंगापार, अक्टूबर 19 -- दीवाली के पर्व पर इस बार फिर मिट्टी की महक ने शहर के बाजारों को जीवंत कर दिया। देवी-देवताओं की मिट्टी से बनी प्रतिमाओं, हठरी-बर्तनों और दीपकों की बिक्री ने रफ्तार पकड़ी तो कुम्हारों के चेहरे भी खिल उठे। जारी बाजार, साधुकुटी, कौवा, अकोढ़ा, भड़ेवरा, रामकापुरा बाजार, करछना, बेला चौराहा, घटवा, रोकड़ी, बीरपुर, कटका बैरियर, पचदेवरा, भीरपुर, बसही, डीहा, रामपुर जैसे इलाकों में मिट्टी की मूर्तियों की फड़ें सजी रहीं, जहां श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। लक्ष्मी-गणेश, सरस्वती, शिवजी और हनुमान की प्रतिमाएं लोगों की आस्था का केंद्र बनीं। वहीं पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक लोगों ने मिट्टी की प्रतिमाओं को प्राथमिकता दी। हालांकि मिट्टी की कीमतों में 30 से 40 फीसदी की बढ़ोत्तरी के कारण मूर्तियों के दाम बढ़े, फिर भी भक्तों का उत्स...