चतरा, अगस्त 6 -- चतरा प्रतिनिधि झारखंड अलग राज्य आंदोलन के महानायक दिशोम गुरु शिबू सोरेन का चतरा जिला से शुरू से ही गहरा लगाव रहा। उनके निधन से चतरा जिले में शोक की लहर है। वे पहली बार 1980 के दशक में पहली बार चतरा की धर्ती पर डाढा गांव में अपना कदम रखे थे। मासस के नेता लक्ष्मीकांत शुक्ला के आमंत्रण पर शिबू सोरेन यहां। इस दौरान वे चतरा की जमीनी हकीकत से अवगत हुए। डाढ़ा पहुंचने पर शिबू सोरे और उनके साथियों का भव्य स्वागत किया गया था। डाढा गांव में आयोजित सभा में शिबू सारेने ने कहा कि झारखंड में शुरू से ही सिद्धू कान्हू और बिरसा मुंडा जैसे महान नायकों के नेतृत्व में लड़ाई हमेशा सामंती उत्पीड़न और शोषण के खिलाफ लड़ी गयी। उन्होंने कहा था कि नशा समाज को खोखला करता है और संघर्ष की ताकत को कमजोर करता है। लोगों से अपील किया था कि वे इस बूराई से दूर र...