वाराणसी, दिसम्बर 25 -- वाराणसी, वरिष्ठ संवाददाता। मालवीय जयंती की पूर्व संध्या पर बुधवार की शाम बीएचयू के स्वतंत्रता भवन सभागार में एक कर्मयोगी की कथा जीवंत हुई। बीएचयू के नवगठित रंगमंच प्रकोष्ठी 'रंगशाला' की इस नाट्य प्रस्तुति में छात्रों और शिक्षकों ने विभिन्न भूमिकाएं निभाईं। 'महामना : कथा एक कर्मयोगी की' का लेखन शोध छात्र हिमांशु तिवारी और अंकित मिश्रा ने किया। निर्देशन शोध छात्र रवि कुमार राय, सह-निर्देशन समीर तिवारी और शगुन श्रीवास्तव ने किया। नाट्य मंचन में इतिहास को केवल घटनाओं की शृंखला के रूप में नहीं, बल्कि सशक्त विचारों, संघर्षों और अटूट संकल्प के माध्यम से मंच पर जीवंत किया गया। महामना की भूमिका प्रतीक त्रिपाठी ने निभाई, जबकि महामना की युवावस्था का किरदार तान्या सिंह चौहान ने प्रस्तुत किया। संस्कृत विभाग के प्रो. सदाशिव कुमार...