गुमला, जून 25 -- चैनपुर, प्रतिनिधि। चैनपुर प्रखंड मुख्यालय से महज 15 किमी दूर है मालम पंचायत के कतारी कोना,असुर टोली और कुल्हू कोना गांव। जो आज भी बुनियादी सुविधाओं से वंचित हैं। इन गांवों में असुर आदिम जनजाति की करीब 450 की आबादी आबाद है। जो जीवन की तमाम तरह विपरीत परिस्थितियों से जूझ रही है। सरकारी घोषणाएं और योजनाएं कागजों पर चमक रही हैं, लेकिन जमीन पर हालात बद से बदतर हैं। सड़क गांव की सबसे बड़ी समस्या है। प्रधानमंत्री जनमन सड़क योजना के तहत बनने वाली सड़क का निर्माण अधूरा छोड़ दिया गया है। इस सड़क का निर्माण लाल कंस्ट्रक्शन द्वारा कराया जा रहा था। जेसीबी से उबड़-खाबड़ रास्ता बना दिया गया। जिस पर बरसात में घुटनों तक कीचड़ हो गया है। हालत ये है कि स्कूली बच्चे और शिक्षक तक हर रोज कीचड़ में फंसते हुए स्कूल पहुंचते हैं। मरीजों को खटिया य...
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