नई दिल्ली, दिसम्बर 20 -- ज्योतिषशास्त्र में राहु को मायावी और पापी ग्रह कहा जाता है। इसका कोई भौतिक अस्तित्व नहीं होता, लेकिन प्रभाव सबसे गहरा माना जाता है। राहु जब भी राशि परिवर्तन करते हैं तो व्यक्ति के जीवन के साथ-साथ समाज और व्यवस्था पर भी उसका असर साफ दिखाई देता है। इसी कड़ी में साल 2026 के अंत में राहु का बड़ा गोचर होने जा रहा है, जिसे ज्योतिषीय दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। ज्योतिष गणनाओं के अनुसार, 5 दिसंबर 2026 को राहु कुंभ राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करेंगे। राहु का यह गोचर कई राशियों के लिए बड़े बदलाव, अचानक फैसले और जीवन की दिशा बदलने वाले संकेत लेकर आएगा क्योंकि राहु भ्रम, महत्वाकांक्षा, सत्ता, तकनीक और अचानक घटनाओं का कारक है, इसलिए इसकी चाल में बदलाव का विशेष प्रभाव पड़ता है। आइए जानते हैं, राहु की चाल बद...