हल्द्वानी, अक्टूबर 1 -- हल्द्वानी। मानसून की विदाई में हो रही देरी ने किसानों की परेशानी बढ़ा दी है। पर्वतीय क्षेत्रों में जहां मटर की बुवाई अभी तक नहीं शुरू हो सकी। वहीं भावर में धान की फसल तैयार नहीं होने के कारण कटाई शुरू नहीं हो सकी है। फसलों का चक्र बदलने से अब इनका उत्पादन भी प्रभावित होने का संकट बना हुआ है। अनियमित मौसम किसानों के लिए परेशानी का कारण बन गया है। गर्मियों में जहां बारिश नहीं होने से किसानों के खेत सूखे रहे। वहीं अब मानसून जरूरत से ज्यादा बरसने के बाद भी विदा नहीं हो सका है। मौसम अनुकूल होने पर किसानों की धान की फसल की कटाई पंद्रह सितंबर के बाद शुरू हो जाती है। इस बार समय से पानी नहीं मिलने और मानसून की बारिश अभी तक होने से खेतों मे धान की बालिया तैयार नहीं हो पाई हैं। ऐसे में किसान इसके लिए जरूरी धूप का इंतजार कर रह...