सीतामढ़ी, जून 18 -- पुपरी। मॉनसून एवं रोहणी नक्षत्र के बेरुखी के कारण धान की अगात खेती में विलंब हो गया है। बारिश नहीं शुरू होने पर अगात धान का बिचारा नहीं लगा पाया। सूखे के कारण किसान लोग की सारी तैयारी धरी रह गई। लघु व सामान्य किसानों की परेशानी एवं बेचैनी बढ़ती जा रहीं है। अब किसानों को मध्य अवधि वाले धान की खेती करनी पड़ेगी। केंद्र फसल वैज्ञानिक सच्चिदानंद प्रसाद ने बताया है कि बारिश नहीं होने से किसानों का बिचारा नहीं लगा पाया। सुखी सम्पन्न किसान लोग दमकल से पटवन कर आगत खेती का विचारा लगाने में सफल रहे। वहीं अधिकांश किसान लोग इससे वंचित हो गए। वैज्ञानिक ने कहा कि बारिश नहीं होने से आगत खेती में काफी विलंब हो चुका है। इसलिए किसान अब किसान लोग मध्यम अवधि वाले धान की खेती कर सकते हैं। इस मध्यम अवधि वाले धान की उन्नत प्रजाति में राजेंद्र...