लखनऊ, अक्टूबर 10 -- अभी भी लोग मानसिक बीमारियों को छिपाते हैं। डॉक्टर के पास जाने से पहले बाबा और ओझा के पास जाते हैं। इससे इलाज में देरी होती है। मरीज की मानसिक स्थिति और बिगड़ जाती है। समय पर डॉक्टर से इलाज कराकर मानसिक बीमारी पर काबू पाया जा सकता है। यह सलाह केजीएमयू मानसिक स्वास्थ्य विभाग के डॉ. आदर्श त्रिपाठी ने दी। वह शुक्रवार को मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर आयोजित जागरूकता कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। डॉ. आदर्श त्रिपाठी ने कहा कि समय पर सटीक इलाज से मानसिक बीमारियां काबू में आ सकती है। 90 प्रतिशत मरीज फिर से समान्य जीवन जी सकते हैं। इलाज में देरी घातक है। इसलिए लक्षणों के पहचाने के साथ ही तुरंत इलाज शुरू कर देना चाहिए। उन्होंने कहा कि मानसिक समस्याएं आपदाग्रस्त लोगों में ज्यादा देखी जाती हैं। इसलिए ऐसी स्थितियां आने पर ज्यादा सावधान...