आरा, जून 18 -- -पीरो प्रखंड के परमानंद नगर में चल रहे चातुर्मास व्रत के दौरान प्रवचन किया पीरो, संवाद सूत्र। पीरो प्रखंड के परमानंद नगर में चल रहे चातुर्मास व्रत के दौरान प्रवचन करते हुए श्री लक्ष्मी प्रपन्न जीयर स्वामी जी महाराज ने कहा कि मानव जीवन में कलयुग का कम महत्व नहीं है। कलयुग सतयुग, त्रेता और द्वापर से काफी महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि कलयुग में मन में अच्छा विचार किया जाये तो फल भी मिलेगा। आगे उन्होंने कहा कि अगर किसी व्यक्ति के मन में गलत विचार आता है तो वह सोचता है, लेकिन करता नहीं है तो कलयुग में इसका पाप नहीं लगेगा। स्वामी जी ने कहा कि सतयुग, त्रेता और द्वापर में कलयुग से ज्यादा पाप होता था। स्वामी जी ने एक दुष्ट व्यक्ति की कथा सुनाते हुए कहा कि महात्मा के पास पहुंचा और अपनी व्यथा सुनायी। महात्मा जी ने उस गरीब दुष्ट को एक...