सिद्धार्थ, जून 26 -- डुमरियागंज, हिन्दुस्तान संवाद। रामकथा में प्रभु श्रीराम का चरित्र मर्यादा पुरुषोत्तम, आदर्श पुत्र, भाई, पति और राजा के रूप में प्रतिष्ठित है। वे करुणा, दया, क्षमा, सत्य, न्याय, सदाचार, साहस, धैर्य और नेतृत्व जैसे गुणों से परिपूर्ण हैं। उनका जीवन हमें सिखाता है कि कैसे एक व्यक्ति को हर परिस्थिति में धैर्य, धर्म और मर्यादा का पालन करना चाहिए। जो मानव जीवन के लिए आदर्श है। ये बातें मंगलवार की रात बढ़नीचाफा कस्बे के धौरहरा धर्मपुर में नवनिर्मित शिव मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में चल रहे श्रीरामकथा में अयोध्या से आए कथावाचक आचार्य पंकज ने कहीं। उन्होंने कहा कि श्रीराम का चरित्र जैसा कि राम चरित मानस और वाल्मीकि रामायण में वर्णित है, हमें जीवन के हर क्षेत्र में सही मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है। उन्होंने बताया कि मर्...